लम्बे समय बाद बदहाल सड़क पर हो रहा था डामरीकरण
कई स्थानों पर मिट्टी पर बिछा दिया था डामर
रिपोर्टर : सूरज लडवाल
पाटी/इंफो उत्तराखण्ड
विकासखण्ड और तहसील मुख्यालय से 1 किलोमीटर दूरी पर छिलकाछीना – चौड़ाकोट मोटरमार्ग पर हो रहे डामरीकरण का वीडियो सोसल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है । वायरल वीडियो में ग्रामीण घटिया डामरीकरण का विरोध कर रहे हैं। वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर मोटरमार्ग पर हो रहे डामरीकरण पर कई खामियां मिली । जहाँ एक ओर मोटरमार्ग में तमाम स्थानों पर मिट्टी के ऊपर डामरीकरण किया गया है वहीं दूसरी ओर डामर की परत की मोटाई भी मानकों के अनुरूप नहीं बनी है।
बताते चलें कि हजारों की आबादी को तहसील औऱ ब्लॉक मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क पर लंबे अरसे बाद डामरीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई है । जिसके बाद ग्रामीण उम्मीद लगा रहे थे कि अब उन्हें बदहाल सड़क से राहत मिलेगी लेकिन संबंधित विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से मोटरमार्ग पर घटिया डामरीकरण किया जा रहा है । वीडियो वायरल होते ही आनन – फानन में विभाग की टीम कार्यक्षेत्र में पहुंची औऱ विभाग ने मोटरमार्ग में हो रहे घटिया डामरीकरण पर रोक लगा दी है।
दूरभाष के माध्यम से हुई बातचीत में संबंधित विभाग के कर्मचारियों का कहना है डामरीकरण कार्य में फिलहाल रोक लगा दी गई है औऱ शीघ्र डामरीकरण पर सुधार के साथ कार्य शुरू किया जाएगा । लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर ग्रामीण खराब गुणवत्ता का विरोध नहीं करते तो शायद गुणवत्ता विहीन डामरीकरण को मानकों के अनुरूप मान लिया जाता ।
◆ टिप्पड़ी – जनता अपनी खून – पसीने की कमाई से सरकार को टैक्स दे रही है । जिससे क्षेत्र में विकास हो रहा है लेकिन उसमें भी गुणवत्तापूर्ण कार्य न हो पाना चिंता की बात है । डामरीकरण में हुई खामियों को विभाग द्वारा शीघ्र दुरुस्त किया जाना चाहिए । अगर विभाग शीघ्र खामियों को दुरुस्त नहीं करता है तो विभाग के कार्यालय में प्रदर्शन किया जायेगा – धीरज लडवाल ( सामाजिक कार्यकर्ता )


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