रुद्रप्रयाग/इंफो उत्तराखंड
रुद्रप्रयाग से 6 किलोमीटर आगे नरकोटा में निर्माणाधीन पुल के गिरने के मामले में जहां ठेकेदार कंपनी के दो प्रबंधकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं इस संबंधित राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा की जिम्मेदारी तय कर सख्त कार्रवाई करने की वजह उन्हें बचाने की कोशिश में उन्हें वर्तमान तैनाती से हटाकर मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है।
वहीं 2 दिन पूर्व में नरकोटा में निर्माणाधीन पुल की सटरिंग ढह जाने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्रशासन में कानूनी कार्रवाई के तहत ठेकेदार कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर दो लोगों को गिरफ्तार कर दिया था। लेकिन कार्यदायी संस्था लोनिवि के संबंधित अभियंताओं को f.i.r. से बाहर रख दिया।
जबकि परियोजना के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार अभियंताओं की होती है। सवाल उठने पर शासन ने खानापूर्ति करते हुए संबंधित अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा को सुरक्षित राह देते हुए लोनिवि मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। इस संबंध में अपर सचिव स्तर से आदेश जारी किया है।
हालांकि इस आदेश में अधिशासी अभियंता बलराम मिश्रा की जगह रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। लेकिन अभी तक संबंधित सहायक अभियंता और अवर अभियंता की जिम्मेदारी तय नहीं है। मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग पीके सिंह ने बताया कि परीक्षण किया जा रहा है और तदनुसार कार्यवाही की जाएगी।
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