देहरादून /इंफो उत्तराखंड
उत्तराखंड आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाये विभाग से विश्वविद्यालय में सम्बद्ध आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों को मूल तैनाती स्थान हेतु कार्यमुक्त किया गया है। इस संबंध में अपर सचिव राजेंद्र सिंह ने आदेश जारी किया है।
अपर सचिव द्वारा जारी किए गए आदेश में आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाये विभाग से उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 26 चिकित्साधिकारियों की संबद्धता भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के अंतर्गत भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग में दी गई व्यवस्थानुसार यथावत बनाये रखने के अनुरोध किया गया है।
भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग की अधिसूचना में शिक्षक के रूप में चिकित्साधिकारी की प्रतिनियुक्ति का उल्लेख किया गया है, जबकि विश्वविद्यालय में कार्य कर रहे आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी विश्वविद्यालय में सम्बद्ध हैं, न कि प्रतिनियुक्ति के माध्यम से तैनात हैं।
इसके अतिरिक्त यह भी संज्ञानित कराना है, कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक वर्ष सी०सी०आई०एम० को इस आशय का अन्डर टेकिंग प्रमाण पत्र प्रेषित किया जाता है कि अगले शैक्षणिक सत्र तक सी०सी०आई०एम० द्वारा निर्धारित समस्त मानक पूर्ण कर लिये जायेगें।
किन्तु विश्वविद्यालय की स्थापना से आतिथि तक विश्वविद्यालय द्वारा न तो सी०सी०आई०एम० द्वारा निर्धारित मानक पूर्ण किये जा रहे हैं न ही शैक्षणिक संवर्ग में नियमित नियुक्ति के हेतु गम्भीरता पूर्वक कार्यवाही की जा रही है।
इस सम्बन्ध में विश्वविद्यालय में कार्य कर रहे समस्त सम्बद्ध आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारियों व अन्य कार्मिकों को शासन उक्तवर्णित कार्यालय आदेश दिनांक 30.05.2022 के क्रम में प्रत्येक दशा में उनके मूल तैनाती स्थान हेतु कार्यमुक्त करते हुए कृत कार्यवाही से शासन को भी अवगत कराने का कष्ट करें।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें