- 21 दिन बाद फिर शुरू हुई यमुनोत्री धाम की यात्रा
उत्तरकाशी।
यमुनोत्री धाम की यात्रा 21 दिन बाद विधिवत शुरू हो गई है पहले दिन 960 श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम पहुंचकर मां यमुना के दर्शन किए. वहीं यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए यात्रियों को फूलचट्टी से खरसाली होते जानकीचट्टी से धाम तक करीब 8 से 9 किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है।
हालांकि, यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू होने के बाद तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है। मॉनसून के दौरान भारी बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह बंद होने के कारण बीते तीन सप्ताह से यमुनोत्री धाम की यात्रा पूरी तरह बंद थी।
प्रशासन ने यमुनोत्री हाईवे पर फूलचट्टी तक आवाजाही सुचारू होने के बाद मंगलवार को धाम की यात्रा शुरू कर दी है. सड़क की स्थिति को देखते हुए खरादी से फूलचट्टी तक शटल सेवा के माध्यम से यात्रियों का आवागमन करवाया जा रहा है. उसके बाद धाम तक पैदल यात्रा करवाई जा रही है।
यमुनोत्री धाम में भी रिमझिम बारिश के बीच श्रद्धालुओं ने यमुना में स्नान, पूजा अर्चना कर मां यमुना के दर्शन किए.क रीब एक महीने बाद शुरू हुई यात्रा से पैदल मार्ग और जानकीचट्टी, कृष्ण चट्टी, फूलचट्टी, नारदचट्टी आदि यात्रा पड़ावों पर खूब चहल पहल दिखाई दी है।
यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि मॉनसून के बाद यमुनोत्री धाम की यात्रा मंगलवार को विधिवत दोबारा शुरू हो गई है । इसके लिए उन्होंने धाम में जरूरी व्यवस्थाओं को भी जल्द दुरुस्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम में मोबाइल नेटवर्क सुविधा उपलब्ध कराई जाए और यहां शौचालयों को भी ठीक किया जाए।
साथ ही कहा कि भारी बारिश के कारण यमुनोत्री धाम में स्नान घाट क्षतिग्रस्त हुए हैं और नदी तट पर जाने वाली सीढ़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। यमुना नदी तट पर श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान के घाटों को दुरुस्त करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को बहाल किया जाए।
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