- सभी विभाग सामंजस्य से करें कार्य, समय पर पूरे हों विकास लक्ष्य : महाराज
देहरादून। भारत-नेपाल सीमा पर चल रहे विकास कार्यों की प्रगति को लेकर गुरुवार को चकराता रोड स्थित लोक निर्माण विभाग के सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण, सिंचाई, भारत-नेपाल उत्तराखंड नदी परियोजनाएं, पर्यटन, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी विभाग आपसी तालमेल से काम करें, ताकि सरकार का विकास विजन तय समय पर पूरा हो सके।
महाराज ने समीक्षा बैठक के दौरान शारदा नदी पर बनबसा बैराज, पंचेश्वर बांध, पिथौरागढ़ स्थित छारछूम पुल, एनएचपीसी के अधीन बनबसा बैराज, नदी पर निर्माणाधीन पुल और ड्राई पोर्ट सहित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।
मंत्री ने बताया कि धारचूला विधानसभा क्षेत्र में काली नदी पर 110 मीटर स्पान डबल लाइन मोटरमार्ग सेतु का निर्माण 32.98 करोड़ की लागत से पूरा कर लिया गया है। वहीं, 3.79 करोड़ की लागत से 130 मीटर लंबे एक अन्य पुल का निर्माण अगस्त 2025 से शुरू हो चुका है, जिसे मई 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके अलावा गृह मंत्रालय की स्वीकृति से टनकपुर-जौलजीवी दो लेन मोटरमार्ग समेत अन्य परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पंचेश्वर बहुउद्देशीय बांध के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है और टीपीआर तैयार करने का काम वाप्कास लिमिटेड को सौंपा गया है। करीब सौ साल पुराने बनबसा बैराज के विकल्प के रूप में नया बैराज बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
महाराज ने जानकारी दी कि धारचूला विकासखंड में काली नदी के दाहिने तट पर 126 करोड़ की लागत से बनाई गई दो बाढ़ सुरक्षा योजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 1000 मीटर और 750 मीटर लंबी इन योजनाओं के अलावा अन्य बाढ़ सुरक्षा कार्य भी जल्द पूरे कर लिए जाएंगे।
बैठक में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा, सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता सुभाष पांडे, एनएचएआई के विशाल गुप्ता, नेशनल हाईवे के मुख्य अभियंता मुकेश परमार, एनएचपीसी के बृजेश बसेड़ा, जावेद अंसारी और अधिशासी अभियंता राजीव कुमार समेत कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।



लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें