- सरकारी नौकरी के लिए उम्र छिपाई, शिक्षक ने फर्जी दस्तावेज से किया UKSSSC परीक्षा में आवेदन, गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखण्ड पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर सहकारी निरीक्षक, वर्ग-2 और सहायक विकास अधिकारी पदों की प्रस्तावित परीक्षा में आवेदन करने वाले एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। आरोपी सुरेन्द्र कुमार, पुत्र सलेक कुमार, मूल निवासी कनकपुर, भोजपुर मोदीनगर, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
पुलिस के अनुसार, उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा अभ्यर्थियों के डाटा की जांच के दौरान सुरेन्द्र कुमार संदिग्ध पाया गया। गोपनीय जांच में सामने आया कि आरोपी ने 03 अलग-अलग मोबाइल नंबरों के माध्यम से 03 परीक्षा केन्द्रों (टिहरी, हरिद्वार और देहरादून) से आवेदन किया और फर्जी प्रमाण पत्र संलग्न कर अपने पंजीयन कराए।
पूछताछ में सुरेन्द्र ने स्वीकार किया कि उसकी वास्तविक जन्मतिथि 01 अप्रैल 1988 है। सरकारी नौकरी में भर्ती की आयु पूरी होने के कारण उसने अपने अभिलेखों में जन्मतिथि घटाकर 01 जनवरी 1995 दिखाई। अभियुक्त ने साल 2007 में गाजीपुर से इंटर की पढ़ाई की और बाद में 2012 में हाई स्कूल, 2014 में इंटर तथा 2012 और 2018 में बीए की पढ़ाई दर्ज कराई। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए उसने योजनाबद्ध तरीके से फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया।
एसओजी प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी के निर्देशन में थाना रायपुर पर धारा 318(4), 336(3), 340(2) बीएनएस के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने अभियुक्त की विस्तृत पूछताछ और वैधानिक कार्रवाई के लिए टीमों को निर्देशित किया।
पुलिस द्वारा सुरेन्द्र कुमार, पुत्र सलेक कुमार, उम्र 30 वर्ष, कनकपुर, भोजपुर मोदीनगर, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) को गिरफ्तार किया गया।
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