हरीश रावत ने कहा कि करोड़ों रूपये की लागत से बनाएं गए स्टेडियम की हालत देखकर लग रहा है कि सरकार खेलों के प्रति कितनी गंभीर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के हल्द्वानी व देहरादून स्टेडियम सरकार ने बर्बाद कर दिया है। करोड़ों की मशीनें बेकार हो गई है। अल्मोड़ा, काशीपुर, पिथौरागढ़ से भी युवाओं ने यही शिकायत की है। अगर हमें अपने युवकों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है तो खेल की आधारभूत संरचनाओं को भी उस स्तर को बनाना चाहिए। यह स्टेडियम राज्य की संपदा है।
इसे ठीक रखना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आलोचना नही कर रहा हूं बल्कि मुख्यमंत्री व खेल मंत्री के संज्ञान में ला रहा हूं। उम्मीद है कि सरकार कुछ उचित कदम अठाएगी, जिससे हमारे युवा भी इसका लाभ ले सकें।
International Cricket Stadium बहुत समय से लोग मुझसे रायपुर में जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया है, उसकी दुर्दशा की बात कर रहे थे। हल्द्वानी में भी एक ऐसा ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया उसकी भी दुर्दशा हो रही है।
मैं आज रायपुर स्टेडियम में गया तो पहला झटका तो मुझे वहां लगा जब स्टेडियम के बाहर बोर्ड लगा है कि कोविड-19 केयर सेंटर, जहां देश की शान खिलाड़ी तैयार होने थे, उसे कोविड-19 केयर सेंटर में बदल दिया गया जो मेन स्टेडियम है जहां क्रिकेट की 5-6 पीचेज बनी हुई थी वह तो बिल्कुल खत्म हो गई हैं और मशीनरी आदि सब खत्म हो गई हैं, जिसको वीडियो आपके साझा कर रहा हूं।