देहरादून/ इन्फो उत्तराखंड
भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की कांग्रेस में एंट्री से पहले ही केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
विधायक मनोज रावत का कहना है कि हरक सिंह रावत ने भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का मॉडल पेश किया है। डॉ हरक के कुप्रबंधन के दर्जनों मामले उनके पास है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर वह कभी भी सामने रख सकते हैं।
दरअसल उन्होंने कहा कि भाजपा में रहते हुए डॉ हरक सिंह रावत ने अपने लिए 3 विधानसभा सीटों में जिनमें केदारनाथ, लैंसडोन और डोईवाला की डिमांड कर रहे थे। लेकिन उनकी डिमांड दिन पर दिन हाईकमान पर दबाव बना रही थी। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव से पहले ही उनकी विदाई कर दी और उन्हें सारे पदों से हटा दिया। और 6 साल के लिए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया गया है।
अब उनके कांग्रेस में आने की अटकलों के बीच इन सीटों पर पहले से तैयारी कर रहे कांग्रेस पार्टी के दावेदारों का बैचेन होना भी स्वाभाविक है।
ऐसे में केदारनाथ से कांग्रेस पार्टी के विधायक मनोज रावत कि ऐसी नौबत आने से पहले ही वो हरक सिंह रावत पर हमलावर हो गए हैं। मनोज रावत ने कहा कि डॉ हरक सिंह रावत लोकतंत्र के हत्यारे हैं। उन्हें कांग्रेस पार्टी में लिया ही नहीं जाना चाहिए।
मनोज रावत ने कहा की उन्होंने भाजपा में मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का मॉडल पेश किया है। उनका कार्यकाल उनके विभागों में भ्रष्टाचार के लिए जाना जाएगा। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण कर्मकार बोर्ड से लेकर कोटद्वार में फर्जी मेडिकल कॉलेज तक हैं।