बेरोजगार युवाओं का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी, CBI जांच की मांग पर अड़े
रिपोर्ट/नीरज पाल
देहरादून, संवाददाता। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताओं के ख़िलाफ़ बेरोजगार युवाओं का आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। राजधानी के परेड ग्राउंड में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले सैकड़ों युवा डटे हुए हैं और लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल ने साफ़ कर दिया है कि जब तक उनकी चार प्रमुख मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक धरना जारी रहेगा।
राम कंडवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के 35 घंटे बाद भी उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे युवाओं में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। संघ की मुख्य मांगों में स्नातक स्तरीय परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की सीबीआई जांच, परीक्षा को तुरंत रद्द करके एक महीने के भीतर दोबारा कराना, आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया का इस्तीफ़ा और आरक्षी भर्ती नियमावली में संशोधन शामिल है।
बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा। धरने में युवाओं को सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन मिल रहा है, वहीं बॉबी पंवार लगातार उनके साथ खड़े हैं।
एसआईटी जांच पर भरोसा नहीं, CBI जांच करवाएं : राम कंडवाल
आंदोलन के तीसरे दिन शाम को मुख्यमंत्री के निर्देश पर भर्ती धांधली की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है, जिसकी निगरानी हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे। हालांकि, राम कंडवाल ने इस जांच पर भरोसा जताने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि एसआईटी जांच सिर्फ़ लीपापोती है और जब तक मुख्यमंत्री सीबीआई जांच का आदेश नहीं देते, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। उनका कहना है कि परीक्षा को रद्द करने के बाद ही दोबारा कराया जाए और वह भी सीबीआई जांच पूरी होने के बाद।
इस प्रदर्शन में संघ के महासचिव संजेंद्र कठैत, जसपाल चौहान, विशाल चौहान, बिट्टू वर्मा और सुनील सहित सैकड़ों युवा लगातार परेड ग्राउंड में मौजूद हैं।
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