- शिक्षिका कुसुमलता गड़िया को शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दी बधाई
- राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 से सम्मानित होने पर उत्तराखंड को मिला गर्व का पल
देहरादून/इंफो उत्तराखंड
उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वीणा (चमोली) की शिक्षिका कुसुमलता गड़िया को ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024’ के लिए चयनित होने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। मंत्री ने कुसुमलता गड़िया के शिक्षा क्षेत्र में किए गए नवाचारी प्रयासों की सराहना करते हुए इसे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण बताया।
डॉ. रावत ने कहा कि शिक्षिका कुसुमलता गड़िया ने अपने अभिनव शैक्षणिक प्रयोगों और रचनात्मक शिक्षण शैली से न केवल अपने विद्यालय के छात्रों में सृजनात्मक सोच का विकास किया, बल्कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को भी एक नई दिशा दी है। उनकी पहलें न केवल बच्चों की शिक्षा में सुधार लाने वाली रही हैं, बल्कि उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में एक मिसाल कायम की है।
मंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे शिक्षक ही शिक्षा क्षेत्र में वास्तविक बदलाव लाते हैं, और उनकी मेहनत से ही समाज में शिक्षा का स्तर उन्नत होता है। उन्होंने अन्य शिक्षकों से भी आग्रह किया कि वे कुसुमलता गड़िया जैसे शिक्षकों से प्रेरणा लें और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारी प्रयोगों के माध्यम से छात्रों को बेहतर दिशा प्रदान करें।
कुसुमलता गड़िया का कार्य और उनकी उपलब्धियां
कुसुमलता गड़िया, जो चमोली जिले के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय वीणा में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं, को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए देश के 50 उत्कृष्ट शिक्षकों में चुना गया है। उनके अभिनव प्रयासों के कारण उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और वे शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरी हैं।
उन्हें यह सम्मान आगामी 5 सितम्बर, शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले समारोह में राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार कुसुमलता गड़िया की अथक मेहनत और समर्पण का परिणाम है, जिसने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान दिलाया।
इसके पहले भी कुसुमलता गड़िया को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए 2023 में उत्तराखंड सरकार द्वारा शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
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