- 86 लाख की ड्रग्स के साथ दो अंतर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार, बरेली से जुड़े थे तार
नीरज पाल।
देहरादून। मुख्यमंत्री के ‘ड्रग्स फ्री देवभूमि’ अभियान के तहत उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने दोहरी सफलता हासिल की है। देहरादून और चम्पावत में रातभर चले दो अलग-अलग ऑपरेशन में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने बरेली के दो अंतर्राज्यीय नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब 86 लाख रुपये कीमत की हीरोइन और चरस बरामद की है। इन गिरफ्तारियों से बरेली से उत्तराखंड में संचालित हो रहे एक बड़े ड्रग्स नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नवनीत सिंह भुल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ लंबे समय से इन ड्रग्स तस्करों पर नजर बनाए हुए थी। पहली कार्रवाई देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में की गई। यहां जोगीवाला बैरियर पर एएनटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त चेकिंग के दौरान बरेली निवासी आसिफ कुरैशी को 278 ग्राम हीरोइन के साथ दबोचा गया। बरामद हीरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 84 लाख रुपये आंकी गई है।
पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह यह खेप बरेली के एक बड़े ड्रग्स डीलर से खरीदकर देहरादून के स्थानीय पेडलरों को सप्लाई करने वाला था। इस बड़ी सफलता पर अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध एवं कानून व्यवस्था) ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

वहीं, दूसरी बड़ी कार्रवाई कुमाऊं के चम्पावत जिले में हुई। यहां एएनटीएफ और टनकपुर पुलिस ने संयुक्त अभियान में टनकपुर के ककराली गेट से बरेली के ही रहने वाले दीपक कुमार को गिरफ्तार किया। उसके पास से 1 किलो 208 ग्राम चरस बरामद हुई, जिसकी कीमत करीब ढाई लाख रुपये है। आरोपी ने बताया कि उसने यह चरस खेतीखान के दादू नाम के एक व्यक्ति से खरीदी थी और इसे मैदानी इलाकों में बेचने की फिराक में था।
एसएसपी भुल्लर ने बताया कि दोनों तस्करों के तार सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश के बरेली में बैठे बड़े ड्रग्स सप्लायरों से जुड़े हैं। एसटीएफ अब इन मुख्य सप्लायरों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें




