देहरादून / उत्तरकाशी।
आज रविवार को स्वर्गीय राजीव प्रताप सिंह के परिजन, उत्तरकाशी जनपद के कई लोग और सामाजिक संगठन देहरादून के गांधी पार्क में धरने पर बैठे। धरने का उद्देश्य राजीव की मौत की “सच्चाई” सामने लाने और उनकी सात माह की गर्भवती पत्नी मुस्कान को स्थायी रोजगार दिलाने की मांग थी।
धरने के दौरान अधिवक्ता संदीप चमोली ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिजनों को वार्ता के लिए मुख्यमंत्री आवास बुलाया, जहां परिजनों ने ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञापन देने वालों में राजीव की पत्नी मुस्कान, पिता मुरारी लाल, माताजी सोनिका देवी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजवान, अधिवक्ता संदीप चमोली, लक्ष्मण भंडारी, नंदलाल भारती, विकास कुमार और जयप्रकाश कोहली सहित कई लोग मौजूद रहे।
ये हैं पूरा मामला :-
राजीव प्रताप 18 सितंबर को लापता हुए थे और 28 सितंबर को उनका शव जोशियाड़ा बैराज से बरामद हुआ था। परिवार का कहना है कि राजीव को कुछ समय से धमकियां मिल रही थीं, इसलिए उनकी मौत को “सड़क दुर्घटना” बताना जल्दबाजी है।
परिजनों ने कहा कि वे पुलिस की जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं और सीबीआई जांच ही सच्चाई सामने ला सकती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है।
राजीव प्रताप मामले में सामने आई मौत की वजह, सीसीटीवी से खुला राज
डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप सिंह की मौत को लेकर नया खुलासा हुआ है। डीजीपी की ओर से गठित जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राजीव की मौत शराब पीकर कार चलाने से हुए सड़क हादसे में हुई थी। हालांकि, राजीव के परिजन और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।
पुलिस उपाधीक्षक जनक सिंह पंवार, जो जांच समिति के प्रमुख थे, ने बताया कि 18 सितंबर की शाम राजीव ने पुलिस विभाग में कार्यरत अपने मित्र हेड कांस्टेबल सोबन सिंह के साथ शराब पी थी। जांच के दौरान प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में दोनों को नशे की हालत में डगमगाते हुए देखा गया।
डीएसपी ने बताया कि राजीव शाम सात बजे अपने कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ पुलिस लाइन की ओर गए थे। रास्ते में शहीद स्मारक पर सोबन उनसे मिला, जिसके बाद तीनों ज्ञानसू टैक्सी स्टैंड के पास पार्किंग में पहुंचे और रात दस बजे तक शराब पी। इसके बाद मनबीर पैदल घर लौट गया, जबकि राजीव और सोबन कार से बाजार गए और एक होटल में रात 11:22 बजे तक शराब पीकर खाना खाया।
सीसीटीवी फुटेज में रात 11:40 बजे गंगोरी पुल पर राजीव अकेले कार चलाते हुए गलत साइड में जाते दिखे, जिसके बाद उनका फोन बंद हो गया। तकनीकी रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि दुर्घटना के वक्त कार चालू थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजीव की छाती व पेट में गंभीर चोटें और पसलियों के टूटने की बात सामने आई, जो स्टीयरिंग से लगी चोट के अनुरूप हैं।

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