उत्तराखंड

बड़ा खुलासा : टैंपो चलाने वाला दबा रहा था उत्तराखंड भर्तियों के एक्सीलेटर, हाकम सिंह का था खासम- खास

देहरादून/ इंफो उत्तराखंड 

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा वीडियो/ वीपीडियो भर्ती परीक्षा मामले में एसटीएफ टीम द्वारा संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुख्य अभियुक्त केंद्रपाल, पुत्र भीम सिंह निवासी टीचर कॉलोनी धामपुर को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं एसटीएफ टीम द्वारा अब तक 24 लोगों की गिरफ्तार हो चुकी है।

पेपर लीक मामले में केंद्रपाल की अहम भूमिका

एसटीएफ ने केंद्रपाल से पूछताछ के दौरान पता चला कि अभियुक्त वर्ष 1996 में टैंपो चलाने का काम करता था, और उसके बाद कुछ वर्षों तक रेडिमेड दुकान पर भी काम किया करता था, जिसके बाद उसने बाद में कपड़ों की सप्लाई का भी काम शुरू कर दिया था।

यह भी पढ़ें 👉  द्विवर्षीय D.EL.Ed. प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यार्थियों के लिए बड़ी अपडेट! अब ये आदेश हुआ जारी, पढ़िए... 

वर्ष 2011-2012 में केंद्र पाल उत्तर प्रदेश के नकल माफिया के गड़जोड़ और उत्तराखंड के सरकारी नौकरियों के सौदागरों के साथ उसका अहम कनेक्शन था। जिसमें हाकम सिंह, चंदन मनराल, जगदीश गोस्वामी, ललित से उसके गहरे संबंध थे। केंद्रपाल अपने विभिन्न संपर्क के माध्यम से पेपर लीक करता था, और लोगों से मोटी रकम कमाता था।

यह भी पढ़ें 👉  डोईवाला : भाजपा ओबीसी मोर्चा की कार्यकारिणी गठित

केंद्रपाल ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित

केंद्र पाल ने करीब 12 बीघा जमीन धामपुर में अपने नाम ली है।

वहीं धामपुर में केंद्र पाल का एक आलीशान मकान भी है,

यह भी पढ़ें 👉  गौरवशाली पल : उत्तराखंड को ऐसे ही नहीं कहा जाता देवभूमि! ...अब स्वदेश दर्शन योजना में सराहनीय कार्यों के लिए "देवभूमि उत्तराखंड" को किया गया सम्मानित

केंद्र पाल सांकरी में हाकम सिंह के साथ रिजोर्ट में पार्टनरशिप भी रहा है।

अभियुक्त के द्वारा कई अन्य संपत्तियां भी जोड़ी गई है जिन की जानकारी एसटीएफ कर रही है।

To Top