शीतकालीन श्वसन रोगों से सतर्क रहने की अपील, एहतियाती कदम अनिवार्य
देहरादून। सर्दी के मौसम में श्वसन तंत्र से जुड़े रोगों, विशेषकर ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) और सीजनल इन्फ्लूएंजा (H1N1, H3N2) के प्रसार की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतने और बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, HMPV सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों के साथ सामने आता है और 3 से 5 दिनों में स्वतः ठीक हो जाता है। उत्तराखंड में अब तक HMPV का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, अन्य श्वसन रोगों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश:
1. सभी अस्पतालों में पर्याप्त आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर और दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
2. डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, PPE किट, N-95 मास्क और अन्य आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
3. ILI (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) और SARI (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) के रोगियों की सघन निगरानी की जाए।
4. क्लस्टरिंग की स्थिति में तुरंत जांच और नियंत्रण कार्यवाही की जाए।
5. जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार की भ्रांति और भय से बचें। सर्दी-जुकाम या फ्लू जैसे लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लें और स्वच्छता का ध्यान रखें।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें