- कांग्रेस का ‘वोट चोरी अभियान’ राजनीतिक ढोंग, जनता नहीं करेगी भरोसा : भट्ट
- भट्ट बोले : ईवीएम आने के बाद से हताश हैं कांग्रेस, अब संस्थाओं पर भ्रम फैलाकर अविश्वास का माहौल बनाने का षड्यंत्र।
देहरादून। भाजपा ने वोट चोरी हस्ताक्षर अभियान को कांग्रेसी ढोंग करार देते हुए कहा कि जनता को अब उस पर भरोसा नही है और जनता द्वारा लगातार दरकिनार किये जाने के बाद वह भीड़ जुटाने के लिए दुष्प्रचार का सहारा ले रही है। आजादी से अब तक कांग्रेस के वोट चोरी के इतिहास से जनता भली भाँति वाक़िफ़ है।
प्रदेशाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि आंध्र में हुई वोट चोरी की बड़ी घटना में अभी जिस पार्टी के बड़े नेता पकड़े गए लेकिन वही कांग्रेस पार्टी राज्य में इसी मुद्दे पर ज्ञान दे रही है।
प्रदेश की जागरूक जनता, इस तरह के राजनीतिक पाखंड को अच्छी तरह पहचानती है और 2027 में भी कांग्रेस पार्टी को करारा जवाब देगी।
विभिन्न माध्यमों पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस आजादी से ही लगातार अलग अलग तरह की वोट चोरी से सत्ता प्राप्त करती रही है। उनका राजनीतिक इतिहास तो ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रमों से दागदार रहा है। नेहरू तो सरदार पटेल का हक चोरी कर कांग्रेस के अध्यक्ष बने और फिर प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी ने आपातकाल थोप कर देश की जनता के मताधिकार की चोरी की, 90 के दशक तक कांग्रेस शासन में बूथ कैपचरिंग से वोटो की लूट की जाती थी।
सच्चाई यह है कि जब से चुनाव व्यवस्था में सुधार हुए और ईवीएम आदि नई नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हुआ, तब से कांग्रेस को बहुमत मिलना और धीरे-धीरे जीतना भी असंभव सा हो गया है। यही वजह है कि लगातार हार से हताश निराश कांग्रेस अब पूरी चुनाव व्यवस्था को ही कठघरे में खड़े करना की साजिश में लगी है।
उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने उनके शीर्ष नेता राहुल गांधी के एटम बम पर हलफनामा मांगा था, जो आज तक नहीं दिया गया। जो भी सबूत उनके द्वारा सार्वजनिक किए गए उन्हें स्वयं तमाम मीडिया समूह द्वारा की गई जांच में झूठा पाया गया। लेकिन बड़ी बेशर्मी से, वही कांग्रेस पार्टी आज लोकतांत्रिक प्रक्रिया को लेकर, जनता में अविश्वास का वातावरण निर्माण करना चाहती है।
इसी षड्यंत्र के क्रम में उनके बड़े नेता और नेता प्रतिपक्ष विदेश जाकर देश की लोकतांत्रिक छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए बयान देते हैं।
उन्होंने कहा, देश की तरह उत्तराखंड में भी कांग्रेस अपने नकारात्मक राजनीतिक रवैए के चलते लगातार अपने वजूद समाप्ति की तरफ बढ़ रही है। क्योंकि वह लगातार दो बार विधानसभा में जनता का विश्वास जीतने में असफल रहे, संसद में भी नुमाइंदगी नहीं कर पाने की वे हैट्रिक लगा चुके हैं, लगातार निकायों और पंचायत समेत तमाम चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी का लगभग सुपड़ा साफ हो गया है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि केंद्र में पीएम मोदी और राज्य में धामी का राजनीतिक विकल्प उनके पास दूर-दूर तक नहीं है। वही एक वैचारिक पार्टी और सक्रिय संगठन की भूमिका में भी कांग्रेस पार्टी, भाजपा के आसपास भी नहीं ठहरती है।
लिहाजा आज जिस तरह की नकारत्मक राजनीति कांग्रेस पार्टी कर रही है वह पूरी तरह विचारहीन और मुद्दाविहीन संगठन की खीज को दर्शाता है। जिसका एकमात्र लक्ष्य होता है संवैधानिक व्यवस्थाओं और संस्थाओं पर भ्रम एवं झूठ फैलाकर, समाज में अविश्वास का वातावरण तैयार किया जाए। लेकिन हमें पूर्ण विश्वास है जनता के विवेक और दूरदर्शिता पर, जो विकसित भारत निर्माण में पीएम मोदी के साथ मजबूती से खड़ा है।
उन्होंने आंध्र प्रदेश की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, जो हम पर वोट चोरी के झूठे आरोप लगा रहे हैं उनके ही नेता इसी आरोप में पकड़े जा रहे हैं। हाल में ही आंध्र कांग्रेस के नेता वी नवीन पार्टी कार्यालय में ही नकली वोटर कार्ड बांटते पाए गए हैं। जिस पर स्थानीय प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई शुरू की है और उत्तराखंड में वही कांग्रेसी नेता वोट चोरी के ज्ञापन पर जनता के हस्ताक्षर ले रहे हैं। इससे बड़ा राजनीतिक पाखंड और कुछ नहीं हो सकता, जिसका जवाब प्रदेश की जनता 2027 के चुनाव में कांग्रेस का सुपड़ा साफ कर देगी।



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