- दिव्यांग समाज ने सरकार को दिया 5 दिन का अल्टीमेटम।
- – मांगें न मानी गईं तो होगा उग्र आंदोलन
देहरादून। 8 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास घेराव के दौरान हुए बर्बर लाठीचार्ज और अपमानजनक उत्पीड़न ने दिव्यांग समाज में आग लगा दी है। दिव्यांग क्रांति महाआंदोलन ने आज प्रेस क्लब देहरादून में ऐतिहासिक प्रेस वार्ता कर सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी 15 सूत्रीय मांगों पर तत्काल संज्ञान नहीं लिया गया तो समाज दोबारा उग्र आंदोलन के लिए विवश होगा।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित इस प्रेसवार्ता में भूमिका यादव ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि “8 सितंबर को हमारे साथ जो हुआ, वह अपमानजनक और बर्दाश्त के बाहर था। शासन और प्रशासन ने हमारी मानवता को ठेस पहुंचाई, हमें उठाकर जंगल में छोड़ दिया। यह केवल हमारे लिए ही नहीं, बल्कि पूरे दिव्यांग समाज के लिए शर्मनाक है।”
उन्होंने आगे चेतावनी दी, “सरकार ने बातचीत का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक सिर्फ शब्दों में ही सब सीमित रह गया है। हम पांच दिन का अल्टीमेटम दे रहे हैं। यदि हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो इस बार दिव्यांग समाज अपने अधिकारों के लिए निर्णायक और उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।”
इस दौरान अपूर्व नौटियाल, अनिता शास्त्री, अरुण चौधरी, संदीप अरोड़ा, सोनिया अरोड़ा, आफताब अंसारी, अरविंद चौहान, विपिन चौहान, पूजा नौटियाल, पूर्णिमा नौटियाल, विपिन थपलियाल, संजय नेगी, सचिन रौथान, राजू सिंह और अरीका जोशी सहित दर्जनों प्रमुख सदस्य मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर कहा कि “हमारी मांगों की अनदेखी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब समय आ गया है कि सरकार अपने शब्दों को कर्म में बदले।”

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