- आशा कार्यकत्रियों ने उठाई वेतन बढ़ाने की मांग
कोटद्वार। आशा स्वास्थ्य कार्यकत्रियों ने प्रदेश सरकार से प्रोत्साहन आधारित वेतन संरचना के आधार पर उन्हें छब्बीस हजार रूपए प्रतिमाह के हिसाब से न्यूनतम मजदूरी देने की मांग की है। कहा कि लगातार बढ़ रही महंगाई में परिवार की आर्थिकी चलाना चुनौती बन रही है। ऐसे में सरकार को उनकी समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए।
संगठन की जिलाध्यक्ष प्रभा चौधरी के नेतृत्व में आशा स्वास्थ्य कार्यकत्रियों ने उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के माध्यम से जिलाधिकारी को नौ सूत्रीय मांग पत्र भेजा। मांग पत्र में कहा गया कि मार्च 2025 से 15 सौ रूपए प्रतिमाह की निश्चित प्रोत्साहन राशि सहित प्रोत्साहन वृद्धि का सरकारी आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ है। इसके अलावा आशा कार्यकत्रियों व सहायकों को पारिश्रमिक सुनिश्चित कर 26 हजार की न्यूनतम मजदूरी दी जाएं।
आशा कार्यकर्ताओं व सहायकों को ग्रेड-3 के सरकारी कर्मचारियों के रूप में नियमित किया जाए। एचएचएमक के बजट में बढ़ोत्तरी कर इसे एक स्थाई स्वास्थ्य कार्यक्रम बनाया जाए। आशा कार्यकर्ताओं व सहायकों के लिए 6 महीने का सवेतन मातृत्व अवकाश, 20 दिन का आकस्मिक व चिकित्सा अवकाश निश्चित किया जाएं।
आशा कार्यकत्रियों को स्कूटर यात्रा व्यय जैसे पर्याप्त बुनियादी सुविधा उपलब्ध करवाई जांए। अच्छे गुणवत्ता वाले मोबइल फोन, टेबलेट, डेटा पैक, नेटवर्क की समुचित व्यवसथा सुनिश्चित की जाए।
इस मौके पर मीरा नेगी, नीलम कुकरेती, भागीरथी भंडारी, कल्पना काला, विमला जोशी, रीता, ज्योति रावत, गोदांबरी देवी आदि मौजूद रहे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें




