उत्तराखंड

बड़ी खबर : स्कूल- कॉलेजों के वाहन अब नहीं होंगे सड़क पर पार्क, स्कूल प्रशासन को स्कूल के अंदर ही करनी होगी पार्किंग की व्यवस्था, SSP ने दिए ये निर्देश 

देहरादून/इंफो उत्तराखंड 

देहरादून नगर क्षेत्र यातायात व्यवस्था के दृष्टिकोण से अत्यन्त संवेदनशील है, तथा वीआईपी भ्रमण का प्रमुख मार्ग भी है। अधिकांश स्कूलों के नगर क्षेत्र में स्थित होने से प्रायः स्कूलों के खुलने व छूटने के समय पर यातायात का अत्यधिक दबाव बढ़ जाने से यातायात का सुचारू संचालन सदैव यातायात पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है।

उक्त सम्बन्ध में शहर क्षेत्रान्तर्गत स्थित स्कूलों की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित किये जाने के सम्बन्ध में परिचर्चा हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय की अध्यक्षता में रेसकोर्स स्थित पुलिस लाईन में आज शहर के समस्त स्कूल प्रशासन के साथ गोष्ठी आयोजित की गयी।

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गोष्टी के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा गोष्ठी में उपस्थित समस्त प्रधानाचार्य/प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए समस्त स्कूल प्रशासन को यातायात में अपना अपेक्षित सहयोग दिये जाने तथा स्कूल के बस/वैन तथा अभिभावकों के वाहनों को शत– प्रतिशत स्कूल परिसर में ही पार्क किये जाने की अपील की गयी।

साथ ही स्कूल में आने वाले दुपहिया व चार पहिया वाहनों के आने व जाने के लिए अलग-अलग गेटो का इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए स्कूल प्रशासन द्वारा बन्द किये गये गेटों को स्कूल खुलने / छूटते समय खोलने तथा स्कूल परिसर में स्टाफ पार्किंग की अलग से व्यवस्था करने हेतु अवगत कराया गया।

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इसके अतिरिक्त सभी स्कूल संचालकों को पैरंट्स टीचर मीटिंग के दौरान एक ही कॉलोनी अथवा क्षेत्र से आने वाले बच्चों को एक ही वाहन से भेजने तथा शहर में यातायात के दबाव को कम करने के लिए कार पूलिंग के प्रति उन्हें प्रेरित करने के संबंध में अवगत कराया गया।

यातायात व्यवस्था में प्रभावी सुधार हेतु महोदय द्वारा कहा गया कि हमें पूर्व से चली आ रही व्यवस्थाओं को परिवर्तन करनें की आवश्यकता है, जिसके लिए हम सभी को कम्फर्ट जोन से बाहर आकर अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए यातायात में अपना अपेक्षित सहयोग देना होगा।

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गोष्ठी के दौरान महोदय द्वारा यातायात व्यवस्था में सकारात्मक सुधार हेतु उपस्थित प्रधानाचार्य/ अध्यापक/प्रतिनिधि से सुझाव प्राप्त किये गये तथा प्राप्त सुझावों पर आवश्यक कार्यवाही हेतु निरीक्षक यातायात एवं सम्बन्धित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया।

साथ ही सभी से अपेक्षा की गयी कि समय-समय पर अपने-अपने स्कूलों में पुलिस के साथ मिलकर जागरुकता अभियान चलाया जाये, जिसमें छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने के साथ-साथ नशे के दुष्प्रभाव के संबंध में भी अवगत कराया जा सके।

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