- कांग्रेस ने किया सीएम आवास कूच। पुलिस ने रोका।
- – हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो सीबीआई जांच : धस्माना
- मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा कांग्रेस का आंदोलन : करण माहरा
रिपोर्ट/नीरज पाल
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूके ट्रिपल एससी) पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच, परीक्षा रद्द करने और आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आज कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में किए गए इस जोरदार प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल समेत सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ ‘पेपर चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाते हुए तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
तीन सूत्रीय मांग :-
- UKSSSC पेपर लीक मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से कराई जाए।
- लीक हुई परीक्षा को तत्काल रद्द कर नई परीक्षा तिथि घोषित की जाए।
- UKSSSC अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया को बर्खास्त किया जाए।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आज सुबह हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित हुए। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत और एआईसीसी सचिव काज़ी निजामुद्दीन सहित कई विधायकों के नेतृत्व में कार्यकर्ता दोपहर करीब साढ़े बारह बजे मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े। राजपुर रोड पर हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां लिए कार्यकर्ता ‘पेपर चोर गद्दी छोड़’, ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाते हुए बहल चौक और दिलाराम बाजार होते हुए कैंट रोड पहुंचे।
कैंट रोड पर पुलिस चौकी के पास लगे बैरिकेडिंग पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास जाने के लिए चढ़ने का प्रयास किया। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने बैरिकेडिंग पर ही कार्यकर्ताओं को संबोधित करना शुरू कर दिया।
‘मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन’
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने धामी सरकार पर राज्य के नौजवानों और बेरोजगारों को धोखा देने का आरोप लगाया। माहरा ने कहा कि प्रदेश का युवा साढ़े आठ साल से रोजगार की तलाश में भटक रहा है, लेकिन जो थोड़ी-बहुत भर्तियां निकलती हैं उनके पेपर खुलेआम नीलाम हो जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर नीलाम करने वाले हाकम सिंह, संजय धारीवाल या धर्मेंद्र सिंह चौहान जैसे लोग कहीं न कहीं भाजपा से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही है और उनकी साफ मांग है कि इस पेपर लीक की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से हो, क्योंकि केवल सीबीआई जांच ही काफी नहीं है। माहरा ने कहा कि जिस अध्यक्ष के रहते पेपर लीक हुआ और जो तीन दिनों तक इसे स्वीकार नहीं कर रहे थे, उनके पद पर बने रहने से निष्पक्ष जांच संभव नहीं है, इसलिए सरकार गणेश मर्तोलिया को तत्काल बर्खास्त करे।
पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा राज में पहले रेत, बजरी, पत्थर चोरी हो रहे थे और अब पेपर चोरी का रिवाज भी खूब प्रचलित हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेरोजगार नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी और अब इस सरकार को उखाड़ फेंककर ही दम लेगी।
पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था से लेकर विकास और रोजगार, हर मोर्चे पर भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है।
सभा का संचालन करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस ने पहले दिन से इस मामले में सरकार और यूके ट्रिपल एससी के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने आरोप लगाया कि आठ दिनों के आंदोलन और सीएम आवास कूच के ऐलान के बाद भाजपा नेतृत्व में घबराहट व्याप्त हुई और मुख्यमंत्री ने युवाओं को बरगलाने के लिए सीबीआई जांच की घोषणा की, लेकिन आंदोलन खत्म होने के पांच दिन बाद भी सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई है, न ही लीक पेपर रद्द हुआ है और न ही जिम्मेदार अध्यक्ष बर्खास्त हुए हैं। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस सभी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखेगी।
सीएम आवास घेराव की घोषणा के बाद गिरफ्तारी
सभा के दौरान ही प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा द्वारा सीएम आवास घेराव करने की घोषणा के बाद पुलिस ने कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी। प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, काज़ी निजामुद्दीन, भुवन कापड़ी, आदेश चौहान, लखपत बुटोला, रवि बहादुर, वीरेंद्र जाती, सूर्यकांत धस्माना समेत महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला और सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी गिरफ्तार नेताओं को शाम को पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया।



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