द हंस फाउंडेशन ने पूरे किए 15 वर्ष, गांव-गांव में स्वास्थ्य और विकास का परचम
देहरादून। सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभा रहे द हंस फाउंडेशन ने अपने 15 साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर फाउंडेशन के स्वास्थ्य अधिकारी सूरज गुसाई और प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर रजनी बिष्ट ने जानकारी दी कि फाउंडेशन गांव-गांव में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
गांव-गांव में स्वास्थ्य जागरूकता और मुफ्त इलाज
फाउंडेशन की मेडिकल मोबाइल यूनिट पिछले पांच वर्षों से आदर्श ग्राम पंचायत धनाऊ मल्ला और तल्ला में कैंप लगाकर हर महीने 70 से अधिक मरीजों का निःशुल्क इलाज कर रही है। यह यूनिट हर महीने की 4 और 16 तारीख को ग्रामीणों तक पहुंचती है, जिसका स्थानीय लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं।
रजनी बिष्ट ने कहा कि ग्रामीणों को इस सुविधा का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए और आसपास के लोगों को भी इसके लिए जागरूक करना चाहिए। इस यूनिट के माध्यम से न केवल स्वास्थ्य जांच की जाती है, बल्कि लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता भी प्रदान की जाती है।
स्थानीय नेतृत्व ने जताया आभार
पूर्व जिला प्रधान संगठन अध्यक्ष कमल रावत ने द हंस फाउंडेशन की 15 वर्षों की यात्रा पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि माता मंगला जी और भोले जी महाराज के नेतृत्व में फाउंडेशन ने सतत विकास और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत हमेशा फाउंडेशन की ऋणी रहेगी।
इस मौके पर सूरज गुसाई (प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर), रजनी बिष्ट (सोशल प्रोडक्शन ऑफिसर), अभिषेक गुसाई (मेडिकल लैब टेक्नीशियन), कृष्ण चंद्र (फार्मासिस्ट), डां जसमेर, गजेंद्र (चालक) और स्थानीय निवासी विजय सिंह, शोभा देवी, सरदार सिंह, संगुली देवी, संगीता देवी, श्रीचंद और लक्ष्मण सिंह मौजूद रहे।
द हंस फाउंडेशन ने स्वास्थ्य, शिक्षा, विकलांगता समावेशन और आजीविका सृजन के माध्यम से समावेशी और आत्मनिर्भर समाज के निर्माण का लक्ष्य रखा है। यह कार्यक्रम असमानताओं को कम करने और ग्रामीण क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें