नवीन कुमार /इंफो उत्तराखंड
नेहरू युवा केंद्र, टिहरी तथा नमामि गंगे द्वारा आयोजित दो दिवसीय गंगा दूत प्रशिक्षण का गुरूवार को कॉलेज की प्राचार्या, जिला युवा कल्याण अधिकारी एके सिंह, जिला परियोजना अधिकारी अरूण उनियाल आदि ने शुभारंभ किया। नमामि गंगे की नोडल अधिकारी डा. शीतल वालिया ने नमामि गंगे परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डां. वालिया ने गंगा समेत अन्य जलाशयों के महत्व पर प्रकाश डाला। दूसरे दिन मुख्य अतिथि फारेस्ट रेंजर दीक्षा भट्ट ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए नमामि गंगे कार्यक्रम में वन विभाग की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपने ज्ञान और प्रतिभा का लाभ समाज को दें।
प्रतिवर्ष होने वाली वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग का सहयोग करें। हर वर्ष वृक्षारोपण करें। वर्तमान में वन्यजीव संघर्षो की घटनाएं बढ़ रही हैं, खासकर गुलदार द्वारा मानवों पर आक्रमण की घटनाएं बढ़ी है। वन्य जीवों को समझने का प्रयास करें।
सुबह-शाम सतर्क रहे व घर के आस-पास प्रकाश व्यवस्था बेहतर रखें। बस्तियों के आस-पास झाड़ियों का कटान करवायें। महिलाएं खुद को कमजोर न समझे तथा तन, मन से मजबूत बनें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बने तथा जीवन का लक्ष्य निधारित करें। अरूण उनियाल ने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र आपदा प्रबन्धन, आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने का भी कार्य करता है।
कार्यक्रम में क्विज प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। क्विज प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ० आदिल कुरैशी, अरुण उनियाल रहे तथा प्रथम स्थान अरविन्द सिहं बी०ए० तृतीय वर्ष, द्वितीय स्थान योगराज और पीयूष ध्यानी बी०एस० सी०द्वितीय वर्ष व तृतीय स्थान नवीन कुमार बी०ए०,तृतीय वर्ष ने प्राप्त किया।
पेंटिंग में प्रथम स्थान हिमाशु बी०ए० तृतीय वर्ष, द्वितीय स्थान गौरव बी०एस०सी० द्वितीय वर्ष व तृतीय स्थान रक्षा बी०एस०सी०तृतीय वर्ष ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर डॉ० लीना पुंडीर, सोनिया, प्रियंका, डॉ० पारूल एवं छात्र संघ के पदाधिकारी नवीन कुमार, अरविंद रावत, हिमांशु, गौरव सिंह, आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन कॉलेज की प्राचार्या ने किया।
![Ad](https://infouttarakhand.com/wp-content/uploads/2024/12/Ad-KamalRawat.jpeg)
![](https://infouttarakhand.com/wp-content/uploads/2023/06/infouttarakhand-logo.png)
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें