- ⬅️ लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में के आशा कार्यकत्रियों ने जमकर काटा हंगामा स्वास्थ्य विभाग पर अनदेखी का लगाया आरोप कहा नहीं होगी सुनवाई तो सामूहिक रूप से देंगे इस्तीफा।
जोनी चौधरी लक्सर प्रभारी।
9548216591
लक्सर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सैकड़ों आशा कार्यकत्रियों ने स्वास्थ्य विभाग पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। इस दौरान उन्होंने साफ शब्दो में चेतावनी दी अगर स्वास्थ्य विभाग ने उनकी बातें नहीं सुनी और उनके साथ निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो वह सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगी।
लक्सर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा कर रही आशा कार्यकत्रियों से जब हमने मामले की जानकारी की तो उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले क्षेत्र के भुरना गांव में आशा कार्यकत्रि द्वारा आयरन की गोलियों का वितरण किया गया था जिसके बाद एक व्यक्ति ने शिकायत की थी। आयरन की गोली खाने से उसकी गर्भवती पत्नी का बच्चा खराब हो गया जिसके बाद परिजनों द्वारा एक निजी अस्पताल में उसका गर्भपात कराया गया।
आशा कार्यकत्रियों का कहना है कि जिस दवाई को वह दिखा रहा है वह काफी समय पहली की है, इसका आशा कार्यकत्री से कोई लेना-देना नहीं है। आशा कार्यकत्रियों का आरोप है कि उक्त व्यक्ति ने पहले हम लोगों से ₹20000 की मांग की और अब वह ₹180000 की मांग कर रहा है, साथ ही पैसे न देने पर संबंधित आशा कार्यकत्री व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दे रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हमारी सुनवाई न करते हुए हमें ही काम से निकालने की धमकी दे रहे हैं अगर हमारे मामले में निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाई नहीं हुई तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 210 आशा कार्यकत्री एक साथ इस्तीफा देंगी। अगर हमारी जान माल की कोई हानि होती है तो उसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग व उस शिकायतकर्ता की होगी।
वहीं जब हमने लक्सर के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नलिंद असवाल से बात की तो उन्होंने कहा की आशा कार्यकत्रियों द्वारा आयरन की गोली का वितरण किया गया था भुरना गांव के एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि आयरन की गोली खाने से उसकी पत्नी का गर्भ खराब हो गया है जिसके बाद परिजनों द्वारा उसका एक निजी अस्पताल में गर्भपात कराया गया।
मामले की कमेटी बनाकर जांच कराई जा रही है जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। जब हमने उनसे पूछा कि आशा कार्यकत्री स्वास्थ्य विभाग पर अनदेखी का आरोप लगा रही हैं तो चिकित्सा अधीक्षक डॉ नलिंद असवाल ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
अनदेखी की कोई बात मेरे संज्ञान में नही है जबकि आशा कार्यकत्री चिकित्सा अधीक्षक के कैबिन के बाहर ही हंगामा काट रही थी और साथ ही नारेबाजी भी कर रही थी। ऐसे में यह कैसे माना जा सकता है कि पूरा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक के संज्ञान में ना हो।


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