- चमोली नमामि गंगे एसटीपी प्लांट पर करंट से हुई लोगो को मौत के मामले मे मजिस्ट्रियल जाँच रिपोर्ट आयी सामने
रिपोर्ट भगवान सिंह /चमोली
मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित अपर जिलाध्यक्ष मजिस्ट्रेट चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने शासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है। इस जांच में एसटीपी प्लांट की विद्युत व्यवस्था अनुबंध और सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया, जिस करण एसटीपी प्लांट में अर्थिंग होने से फैला था।
आपकों बता दें कि परिसर मे करंट प्लांट मे 19 जुलाई को शॉर्ट सर्किट होने से कंट्रोल पैनल और मेन पैनल में आया फाल्ट और अर्थिंग की वैल्यू भी मानकों से अधिक पाई गई है। एसटीपी प्लांट में विद्युत सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार नहीं लगाया गया था एमसी जंक्शन बॉक्स और उचित क्षमता वाले एमसीसीबी विद्युत विभाग और जल संस्थान के कार्मिकों के बीच आपसी समन्वय को भी बताया गया है।
हादसे की वजह जांच रिपोर्ट मे दुर्घटना के लिए उत्तराखंड पेयजल निगम, जल संस्थान, जय भूषण मलिक कांट्रेक्टर पटियाला, कॉन्फिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और भास्कर महाजन डायरेक्टर एक्सीस कंट्रोल्स दिल्ली को जिम्मेदार बताया गया है।
जांच रिपोर्ट में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत ज्वाइंट वेंचर पर मैसेज जयभूषण मलिक कांटेक्ट पटियाला और मैटर से कॉन्फिडेंट इंजीनियरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कोयंबटूर के अनुबंध को निरस्त करने की संस्तुति ज्वाइंट वेंचर फर्म द्वारा बैंक गारंटी के रूप में उत्तराखंड पेयजल निगम को दी गई 110.75 लाख की बैंक गारंटी को भी जब्त करने की संस्तुति दी गई है, साथ ही दंडात्मक कार्रवाई भी की जायेगी।
वहीं प्रदेश के समस्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और ऐसे अन्य प्रतिष्ठान जिसमें विद्युत सुरक्षा की चूक होने की संभावना है, उसे विद्युत सुरक्षा विभाग से ऑडिट भी कराए जाने की संस्तुति दी गई है।
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