मसूरी/ इंफो उत्तराखंड
उत्तराखंड में पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी बारिश ने कहर बरपाया हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ बारिश की वजह से लोगों को अच्छी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं ताजा मामला मसूरी का है, जहां सोमवार को नेशनल हाईवे 707 के अंतर्गत आने वाले मसूरी टिहरी बाईपास पर भी भूस्खलन की वजह से बंद गया था।
इस दौरान हाईवे पर भारी मलबा आने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। और करीब तीन घंटे बाद मलबे को हटाया गया, जिसके बाद यातायात सुचारू हुआ।
मसूरी टिहरी बाईपास पर सोमवार देर शाम भूस्खलन हुआ है। इस दौरान पहाड़ी से कई पेड़ पर भी गिरकर नीचे आ गए थे। रस्ते में फंसे लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। नायब तहसीलदार भोपाल सिंह चौहान, एनएएचआई के अधिकारी और कर्मचारियों के मौके पर पहुंचे. इसके बाद जेसीबी से हाईवे पर पड़े मलबे और पेड़ों की हटाया गया।
करीब तीन घंटे बाद कर्मचारी मार्ग में खोलने में कामयाब हुआ है. इसके बाद ही छोटे वाले के लिए मार्ग को खोला गया। इस दौरान 108 सेवा भी मरीज के साथ घंटे जाम में फंसी रही। वहीं, भूस्खलन की वजह से पहाड़ी के ऊपर बना मकान भी खतरे की जद में आ गया था।
मकान में रह रहे लोगों को नायब तहसीलदार भोपाल सिंह चौहान ने सुरक्षित स्थान पर भेजा है। भोपाल सिंह चौहान ने कहा कि लगातार हो रही बारिश से मसूरी की कई जगह पर भूस्खलन हुआ है। वहीं देर शाम को मसूरी टिहरी बाइपास पर हुए भूस्खलन के बाद मार्ग बंद हो गया था। जेसीबी के माध्यम से मार्ग पर आए मलबे और पेड़ हटाकर मार्ग को छोटे वाहनों के लिये खोला गया है।
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