“वीरों की भूमि ने दी अपने सपूत को सलामी: डुंगरी पंथ में स्थापित हुई शहीद हवलदार रामचंद्र सिंह की प्रतिमा, एनएसजी अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि”
पौड़ी। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद हवलदार रामचंद्र सिंह की याद में उनके पैतृक गांव डुंगरी पंथ स्थित गवर्नमेंट इंटर कॉलेज परिसर में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई। यह पल न केवल गांववासियों के लिए गर्व का था, बल्कि पूरे गढ़वाल की माटी ने भी एक वीर सपूत को नमन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG) के अधिकारी विशेष रूप से मौजूद रहे। सहायक कमांडर सतपाल और सहायक कमांडर गुमान सिंह ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “हवलदार रामचंद्र सिंह का बलिदान यह दर्शाता है कि हमारे सैनिक देश की सेवा में अपने प्राणों की चिंता नहीं करते।”
3 पैरा (SF) में सेवारत रहते हुए हवलदार रामचंद्र सिंह NSG की 51 स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) में प्रतिनियुक्ति पर थे। देश की रक्षा करते हुए 11 अगस्त 1989 को पंजाब के तरनतारन जिले के कैरों गांव में ऑपरेशन ‘माउस ट्रैप’ के दौरान आतंकियों से मुठभेड़ में वे वीरगति को प्राप्त हुए। ऑपरेशन के दौरान उन्होंने अदम्य साहस दिखाया और देश पर बलिदान हो गए।
शहीद के परिजनों के साथ-साथ स्कूल के प्रधानाचार्य, छात्र, ग्रामीण जन और पूर्व सैनिकों ने भी इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पूरे परिसर में “भारत माता की जय” और “शहीद रामचंद्र अमर रहें” के नारों से वातावरण गूंज उठा।

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