माणा में हिमस्खलन: BRO के 42 श्रमिक लापता, SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम के समीप स्थित माणा गांव के पास एक ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हुआ है। इस दुर्घटना में सीमा सड़क संगठन (BRO) के ठेकेदार के तहत काम कर रहे 57 मजदूर मलबे में दब गए। अब तक 10 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि शेष 47 मजदूरों की तलाश जारी है। आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं।
एसडीआरएफ पुलिस महानिरीक्षक रिधिम अग्रवाल ने बताया कि अब तक 15 श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि 42 लापता हैं। सूचना मिलते ही SDRF की एक टीम जोशीमठ से घटनास्थल के लिए रवाना की गई। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, एक टीम को सहस्रधारा हेलीपैड (देहरादून) पर अलर्ट पर रखा गया है।
हेलीकॉप्टर से होगी हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की तैनाती
क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त कर लिए गए हैं। जैसे ही मौसम में सुधार होगा, SDRF की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के निकटतम सुरक्षित स्थान पर उतारा जाएगा।
भारी बर्फबारी के कारण SDRF की ड्रोन टीम को ऑपरेशन में नहीं लगाया जा सका है। SDRF, जिला प्रशासन, BRO और सेना के बीच लगातार समन्वय बनाकर बचाव कार्य किया जा रहा है।
अब तक 5 और श्रमिकों को बाहर निकाला गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। लापता श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
इस घटना ने 2021 में चमोली जिले में हुए एक अन्य ग्लेशियर हादसे की यादें ताजा कर दी हैं, जब ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची थी और कई लोगों की जान गई थी।


लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 इंफो उत्तराखंड के फेसबुक पेज से जुड़ें